हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम श्रेया है और में नासिक की रहने वाली हूँ. में 36D साईज की ब्रा पहनती हूँ और मुझे पब्लिक में अपने बूब्स के बीच की लाईन दिखाना बहुत पसंद है.
ये स्टोरी मेरी और मेरे ननंद के बेटे अभिजीत की है. में एक अच्छी फेमिली से हूँ और मेरी उम्र 38 साल है. लोग कहते है कि में अपनी उम्र से 10 साल जवान दिखती हूँ. मेरे बूब्स बड़े होने के कारण लोग हमेशा उन्हें घूरते रहते है जो कि मुझे बहुत पसंद है. मेरे पति बिजनेस के सिलसिले में हमेशा आउट ऑफ स्टेट रहते है और इसी वजह से में बहुत बोरिंग महसूस किया करती थी.
ये बात 1 साल पहले की है जब अभिजीत अपनी इंजिनियरिंग की पढाई के लिए हमारे घर शिफ्ट हुआ था. अभिजीत बहुत ही सुंदर, सेक्सी और हैप्पी लड़का था और वो हमेशा से मेरे बहुत करीब था. उसके लुक की वजह से में अपने मन को संभाल नहीं पाई और हमेशा उसके करीब रहने की कोशिश करती थी. जब भी वो आस-पास होता तो में उसे अपनी क्लीवेज ज़रूर दिखाया करती थी. कई बार में अपनी साड़ी का पल्लू गिरा देती और उससे सिड्यूस करने की कोशिश करती. अब उसकी आँखों में भी मुझे वही तड़प दिखाई देती थी. अब वो भी मेरे पास रहता और मुझे टच करने का एक भी चान्स नहीं छोड़ता था. वो कभी मेरे बूब्स तो कभी गांड पर हाथ फेर देता तो में उसे एक स्माइल देती और कुछ नहीं बोलती थी.
ये स्टोरी मेरी और मेरे ननंद के बेटे अभिजीत की है. में एक अच्छी फेमिली से हूँ और मेरी उम्र 38 साल है. लोग कहते है कि में अपनी उम्र से 10 साल जवान दिखती हूँ. मेरे बूब्स बड़े होने के कारण लोग हमेशा उन्हें घूरते रहते है जो कि मुझे बहुत पसंद है. मेरे पति बिजनेस के सिलसिले में हमेशा आउट ऑफ स्टेट रहते है और इसी वजह से में बहुत बोरिंग महसूस किया करती थी.
ये बात 1 साल पहले की है जब अभिजीत अपनी इंजिनियरिंग की पढाई के लिए हमारे घर शिफ्ट हुआ था. अभिजीत बहुत ही सुंदर, सेक्सी और हैप्पी लड़का था और वो हमेशा से मेरे बहुत करीब था. उसके लुक की वजह से में अपने मन को संभाल नहीं पाई और हमेशा उसके करीब रहने की कोशिश करती थी. जब भी वो आस-पास होता तो में उसे अपनी क्लीवेज ज़रूर दिखाया करती थी. कई बार में अपनी साड़ी का पल्लू गिरा देती और उससे सिड्यूस करने की कोशिश करती. अब उसकी आँखों में भी मुझे वही तड़प दिखाई देती थी. अब वो भी मेरे पास रहता और मुझे टच करने का एक भी चान्स नहीं छोड़ता था. वो कभी मेरे बूब्स तो कभी गांड पर हाथ फेर देता तो में उसे एक स्माइल देती और कुछ नहीं बोलती थी.
एक दिन घर पर मेरे और अभिजीत के अलावा कोई नहीं था और हम दोनों यू ही बातें कर रहे थे और वो मेरे बूब्स को घूरे जा रहा था, उसने शॉर्ट्स पहनी थी और मेरे बूब्स के कारण उसका मोटा लंड खड़ा हो गया था. में हंसी और वहां से अंदर कमरे में चली आई. अब अभिजीत का चेहरा शर्म से लाल हो गया और वो मेरे बेडरूम में मुझसे माफी माँगने आया. अब मैंने यही सही मौका देखकर उसे माफ़ कर दिया और पूछा कि क्या तुम्हें में पसंद हूँ?
उसने भी हाँ में अपना सिर हिलाया. फिर क्या था? अब मेरे अंदर का सेक्स जाग उठा और मैंने उसे अपनी तरफ खींच एक लंबा किस किया तो शुरू में वो थोड़ा घबराया, लेकिन बाद में अच्छे से मेरा साथ देने लगा. फिर 10-15 मिनट तक स्मूच करने के बाद वो मेरे बूब्स पर अपने हाथ फैरने लगा और में भी अपने हाथों से उसके लंड को जीन्स के ऊपर से सहलाने लगी. अब में अपने आपको रोक नहीं पाई और उसकी जीन्स उतार कर एक छिनाल की तरह उसके लंड को चूसने लगी तो वो भी या आह्ह्ह्ह मामी करके मज़े लेते रहा.
फिर मैंने उसके लंड को अपने मुँह में से निकाला और उसे समझाया कि वो मुझे मामी ना कहे, वो मुझे चाहे जो बुलाए वो चलेगा, लेकिन वाइल्ड रहना चाहिए. अब वो समझ गया था कि मुझे वाइल्ड सेक्स पसंद है और मुझे अपनी रंडी बुलाने लगा. अब उसके मुँह से ये सुनकर में बहुत ज़्यादा खुश हो गई और तेज़ी से उसका लंड चूसने लगी.
फिर उसने मेरे बूब्स को इतना मस्त चूसा कि में तो बस पागल ही गयी और अब वो मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. फिर उसने मुझे उठाकर बेड पर लेटाया और मेरी पेंटी को अपने दातं में लेकर नीचे कर दिया, वो तभी वाइल्ड हो गया और मेरी चूत चाटने लगा. अब में पूरी तरह से गर्म थी और उसके सिर को अपनी चूत की तरफ खींचने लगी. उसे चूत चाटना बहुत पसंद था और तो उसने लगभग 25 मिनट तक मेरी चूत चाटी. अब वो इतना मस्त होकर चूत चाट रहा था, जैसे कि वो कोई एक्सपीरियंस लड़का हो जो कई सारी आंटीयों को चोद चुका हूँ.
अब में अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रही थी और उससे मुझे चोदने की रिक्वेस्ट करने लगी तो उसने अपना मोटा सा लंड अचानक से मेरी चूत में डाल दिया. में चिल्लाने लगी आअहह हह्ह्ह्हह्ह हम्मम्मम आअहह और वो तेज़ी से धक्के मारते रहा. में इतने लंडो से चुद चुकी थी, लेकिन उसके चोदने के तरीके से में बिल्कुल मदहोश गयी थी और इतनी अच्छी चुदाई मेरी आज तक किसी ने नहीं की थी. उसका जोश इतना ज़्यादा था कि वो मुझे आधे घंटे से भी ज़्यादा समय से वो मुझे अलग-अलग स्टाइल में लेकर चोद रहा था.
उसने उस रात मेरी 3 बार चूत मारी और 1 बार गांड मारी और वो मुझे चोदते वक़्त भी रंडी, छिनाल कहकर ज़ोर-ज़ोर से चोदता रहा. उसे एक असंतुस्ट औरत को संतुष्ट करना बहुत अच्छे से आता था और तब से लेकर आज तक वो मुझे चोद रहा है. उसका लंड पाकर मेरी अधूरी सेक्स लाईफ पूरी तरह भर गयी है. उसके चोदने में एक अलग ही मजा है. अब हमें जब भी मौका मिलता है तो वो मुझे चोदता है और में उसके लंड से बहुत मजा करती हू.
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