हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राकेश है और में 27 साल का हूँ. मेरी बुआ जिसकी उम्र 35 साल है और वो दिखने में सेक्स की देवी लगती है, उसका नाम बबिता है. मेरा सामूहिक परिवार है, इसमें 8 अंकल, 8 आंटी, 15 भाई बहन है और इन लोगों के बीच में मैंने कैसे अपनी बुआ की जमकर चुदाई की? ये बात में आज आपको बताने जा रहा हूँ.ये बात उन दिनों की है जब बुआ की शादी हो गई थी, तब में 20 साल का था और बुआ 30 साल की थी. वो शादी के बाद पहली बार अपने मायके आई थी और काफ़ी दिनों तक रहने वाली थी, लेकिन वो खुश नहीं दिखाई दे रही थी. फिर उनसे जब उनकी दोस्त मिलने के लिए आई, तो वो उन्हें सेक्स के बारे में बता रही थी.में भी उधर से ही गुजर रहा था कि अचानक से मेरे कानों में उनकी चुदाई की बात सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया, तो इस दौरान मुझे पता चला कि फूफा जी ने उनको अभी तक तो चोदा ही नहीं है. ये बात सुनकर में उस दिन से ही उन्हें चोदने के मौके में रहने लगा.
बुआ मेरे ही कमरे में अलग बेड पर सोती थी और में देर रात तक जागकर पढाई करता रहता था, लेकिन एक दिन गर्मी से बैचेन होकर वो रात को अपनी साड़ी और ब्लाउज खोलकर सो गई. अब ये सिलसिला रोज ही होता था.
एक दिन रात को सोते वक़्त अचानक से मेरा ध्यान उनकी तरफ गया तो मेरी आँखे फटी की फटी ही रह गई. अब उनका पेटीकोट ऊपर उनके पेट पर था, तो में नजदीक जाकर उनकी गांड को देखने लगा और देखते-देखते ही मेरा लंड तनकर 8 इंच का हो गया. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो में उनकी गांड को सूंघने लगा और वो सोई ही रही.
उसके बाद मैंने उनकी गांड को चाटना शुरू कर दिया, तो वो अचानक से जागकर बैठ गई. तो मैंने हिम्मत करके उनसे कहा कि बुआ आप मुझसे चुदवा लो किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा और हम दोनों मजे करेंगे. अब वो भी सेक्स की भूखी थी तो उन्होंने कुछ नहीं बोला.
अब मेरा लंड अभी भी खड़ा ही था, तो वो मेरे लंड को पकड़कर चूसने लगी और अब मुझे जन्नत का मज़ा मिलने लगा था तो में बोला कि चाट जा मेरी चुदक्कड़ बुआ ओउुउउ ओउऊउ करके मेरे लंड का मज़ा लेती रही.
मैंने उनके मुँह से अपना लंड बाहर निकालकर उनके पेटीकोट के नाड़े को खोल दिया, तो उनका पेटीकोट नीचे आ गया. अब मेरे सामने उनकी काली- काली झाटों से भरी चूत और बड़ी सी गांड थी. अब में उन्हें घोड़ी बनाकर पीछे से उनकी गांड पर अपना लंड रगड़ने लगा था, तो वो बैचेन हो उठी. अब में अपना लंड उनकी गांड में घुसाने लगा, तो वो दर्द से आहें भरने लगी, लेकिन फिर भी उसने मना नहीं किया.
में ये देखकर धीरे-धीरे अपना लंड उनकी गांड में अंदर डालने लगा. अब उनके मुँह से उईईईई माँ में मरी, बाहर निकाल की आवाजे आने लगी थी, लेकिन में अपने लंड को उनकी गांड में अंदर ही डालकर कुछ देर तक उनकी मिल्की बूब्स को मसलने लगा, तो वो जोश में आ गई और मेरे धक्के लगातार चलने लगे. अब वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, उनकी गांड क्या मस्ती और शानदार थी? अब मेरा मन तो कर रहा था कि उनकी गांड से अपना लंड ही नहीं निकालूं.
अब वो भी जोर-ज़ोर से कह रही थी, मेरी जान तू मेरी गांड और ज़ोर-ज़ोर से मार और तेज-तेज, तूने मेरी गांड को चोदकर मुझे जन्नत की सैर करा दी. फिर इस तरह से उनकी गांड को करीब 30 मिनट तक मारने के बाद में उनकी गांड में ही झड़ गया और उनकी गांड में अपना लंड डालकर उन पर लेटा रहा. क्या बताऊँ दोस्तों? पहली बार किसी के साथ सेक्स करने में मुझे बड़ा मज़ा आया था. में ये सब मूवी में देखकर ही एक्सपर्ट हुआ हूँ.
फिर कुछ देर के बाद बुआ बाथरूम से वापस आई और मुझे चूम लिया और मेरे लंड को एक किस दे दिया, अब वो भी मुझसे खुल गई थी. फिर उन्होंने मुझे अपने बेड पर बुलाया और बोली कि राकेश मेरा दूध पिएगा, चूसेगा. फिर में भी उनके बगल में लेटकर उनके बूब्स को चूसने लगा. अब वो अपने एक हाथ से अपने बूब्स को चुसवा रही थी और आहें भर रही थी. अब उनकी आँखें बंद थी और वो ऊहहहहह आहह कर रही थी. अब इधर मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था और अब उसने मुझे लेटाकर मेरे लंड को झुककर अपने मुँह में ले लिया था और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी थी. अब मेरी तो जान ही निकले जा रही थी.
थोड़ी देर के बाद में उनके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा पूरा माल अपने मुँह में लेकर कुत्तिया की तरह चाट-चाटकर की पी गई और अब में ढीला हो गया था. फिर वो एक कुर्सी पर बैठ गई और अपने दोनों पैरों को पूरा फैला लिया और बोली कि राकेश मेरी चूत को तो देख, तुमने क्या हाल कर रखा है? ये बह रही है, इसकी गर्मी को उतार मेरी चूत की खुजली को मिटा दे और मुझे रगड़कर चोद, आज तक मेरी चूत को किसी ने नहीं चोदा है, तुम ही इसका उद्घाटन कर दो.
अब उनकी चुदासी भरी बातें सुनकर मैंने भी जोश में आकर उनकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया. अब मुझे पहली बार चूत की खूशबु मिल रही थी. अब में कुत्ते की तरह उनकी चूत के गीलेपन को चाटने लगा था और वो सिसकारियां भरने लगी यहह ओह और जोर से चूसो मेरे राजा, खा जा मेरी चूत को इसने काफ़ी दिनों से परेशान किया हुआ है.
इस तरह से में अपनी जीभ को उनकी चूत के अंदर ले गया और अपनी जीभ से ही उनकी चूत को चोदने लगा. फिर उन्होंने अपनी दोनों जाँघो के बीच में मेरे सिर को दबा लिया और मेरे मुँह में ही अपनी चूत के पानी को गिरा दिया, तो में उनकी चूत के पानी की एक-एक बूँद को पी गया, वाह क्या टेस्ट था? में बता नहीं सकता. फिर उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को पकड़कर चूसना शुरू किया, तो मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया. bua ki choot ka udghatan
फिर मैंने उन्हें बेड पर लेटाया और उनकी फूली हुई चूत में अपने लंड का सुपड़ा घुसा दिया, तो वो ज़ोर से चीख उठी, वो अभी तक वर्जिन ही थी और उनकी चूत काफ़ी टाईट थी. फिर उसने कहा कि मेरे मुँह में कपड़ा डाल दो और मेरी चिंता छोड़कर अपना लंड मेरी चूत में डाल दो. फिर मैंने वैसा ही किया और उनके मुँह में कपड़ा डालकर अपने लंड से एक जोरदार धक्का लगाया तो मेरा 4 इंच लंड उनकी चूत के अंदर चला गया.
में इसी तरह से धक्के लगाता रहा, तो उनकी चूत से खून निकलने लगा, लेकिन मैंने धक्के मारते हुए उनकी चूत में अंदर तक अपना पूरा लंड डाल दिया और धीरे-धीरे उनकी चुदाई करने लगा. अब वो भी अपनी कमर आगे पीछे करने लगी थी, तो मैंने उनके मुँह से कपड़ा निकाल दिया. अब हम दोनों जोश में आ चुके थे और अब पूरे रूम में पच-पच की आवाजे आ रही थी.
अब वो मुझे गंदी-गंदी गालियाँ दे रही थी और कह रही थी हरामी की औलाद तेरी माँ बहुत से चुदवाती है, तू मेरी चूत का बुलंद दरवाजा बना दे. इस बात से में काफ़ी जोश में आकर उन्हें रगड़-रगड़कर चोदने लगा. अब इस दौरान वो 2 बार झड़ चुकी थी और अब में भी 45 मिनट की चुदाई के बाद झड़ने वाला था.
मैंने पूछा कि मेरी रांड मेरा पानी कहाँ लेगी? तो उसने अंदर ही छोड़ने को कहा, तो में तेज़ी से उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया और निढाल होकर उनके बूब्स पर लेट गया और फिर मुझे कब नींद आ गई पता ही नहीं चला. फिर सुबह 10 बजे मेरी नींद खुली, जब मुझे बुआ जगाने आई थी. अब वो काफ़ी खुश लग रही थी. फिर उन्होंने मुझको किस किया, तो फिर मैंने भी झुककर उनकी साड़ी उठाकर उनकी चूत को चूम लिया. अब मुझे जब भी कोई मौका मिलता है तो में बुआ की खूब चुदाई करता हूँ और उनके खूब मजे लेता हूँ.
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