निया और मैं बचपन से ही एक दुसरे के करीब थे; वो मेरे डेड के बिजनेस पार्टनर खुराना अंकल की इकलोती बेटी थी और वह मेरे क्लास में ही पढ़ती थी. सन्डे को तो अक्सर हम दोनों के घर वाले साथ में ही लंच और डिनर करते थे. मेरा बड़ा भाई सपन मुझसे 10 साल बड़ा था इसलिए मुझे भी सोनिया की कम्पनी अच्छी लगती थी. पहेले गुडिया से खेलते थे और अब कोलेज की देहेलिज पर आ चुके है. लेकिन मैंने सोनिया को कोलेज आने तक कभी भी प्रोपोस नहीं किया था, हाँ मेरे मन में उसके लिए प्यार तो मुझे भी पता नहीं की कब से था, जब से होंश संभाला उसी के सपने आते थे.
वैसे इस हॉट लड़की की फिगर भी काफी अच्छी थी कोलेज के फर्स्ट इयर से ही सब उसके 34-28-32 के बदन के दीवाने बने थे. कोलेज में भी सोनिया मेरे साथ ही रहेती थी. उसके भारी स्तन के काफी दीवाने थे और कभी कभी तो जब सोनिया मेरे साथ नहीं होती थी तो मेरे कुछ दोस्त भी मुझे पूछते थे की क्यां मेने यह स्तन देखे है, क्या मैंने यह स्तन चुसे है….? लेकिन मैं उन्हें कुछ नहीं कह पाता था की मेरी आज तक सोनिया से दिल की बात करने की हिम्मत ही नहीं हुई. खेर ऐसे ही दिन बीत गए और हम दोनों अब कोलेज के दुसरे साल में आ गए.
आज सोनिया ने मस्त स्कर्ट और टी-शर्ट पहनी थी
पहेले साल की एक्जाम में सोनिया का पुरे क्लास में तीसरा नंबर आया था और उसने कपिल के फार्म हाउस पर सभी दोस्तों को पार्टी दी थी. हम इसी पार्टी को ख़तम कर के मेरी कार में घर आ रहे थे. पूरी पार्टी में सोनिया के छोटे स्तन और व्हाईट टी-शर्ट मेरे दिल को सताते रहें, मेरा लंड अगिनत बार खड़ा हुआ था, पर पिछले 19 साल की तरह में आज भी खामोश ही रहा. गाडी अपनी गति से चल रही थी, और उसमे एक मस्त रोमेंटिक गाना चल रहा था. सोनिया अपनी टांगो को डेशबोर्ड पर रख के बेठी थी और उसकी जांघो तक का भाग खुला था. शर्दी की मौसम थी पर इतनी ठंड नहीं थी. सोनिया ने तभी बॉयफ्रेंड बनाने की बात की. मेरा दिल जैसे की कट रहा था और वोह हंस हंस के अलग अलग लड़के जो उसके दिल में थे उनकी अच्छाई बुराई का लिस्ट बता रही थी. मेरे दिल ने मुझे कहाँ “कबीर आज नहीं तो फिर कभी नहीं….अगर सोनिया किसी और के चक्कर में पड़ी तो यह स्तन यह हुशन का धन कोई और लूटेगा और तू उसका साल बन जाएंगा”
मैंने तुंरत गाडी की ब्रेक लगाईं और साइड में गाडी रोक के सोनिया की गर्दन से उसको पकड के अपनी तरफ खिंच लिया. वोह कुछ समझे उसके पहले मैंने उसके गुलाबी लिपस्टिक वाले होंठो से अपने होंठ मिला दिए. वो थोडा इधर उधर हुई और फिर उसने भी मेरे होंठो को चूमना और चुसना चालू कर दिया. मेरा लंड अंदर पड़ा पड़ा एंठने लगा था. मैंने सोनिया को और खिंचा और उसके स्तन पर हाथ रख के इन भारी स्तन को मसलना चालू कर दिया. सोनिया पागलो की तरह मुझे चूस रही थी. मैंने उसे पीछे से पकड के दूर किया. वोह बोली,
“कबीर अगर आज मैं जूठमुठ में बॉयफ्रेंड की बात ना करती तो तू तो कभी कुछ कहेता ही नहीं…डेमेट…आई लव यु आने एंड आई नीड़ यु….!”
मेरे गालो पर लाली आ गई, वैसे सोनिया की बात सही थी..वो एक लड़की थी और वह थोड़ी सब कुछ कर सकती थी. मैंने आज मनोमन उसके स्तन, चूत सभी पर अपना सिक्का लगा देने के लिए सोच लिया और मैंने कहा, “आई लव यु टू सोनिया, लेकिन तुम इतनी स्मार्ट और गुड लुकिंग हो इसलिए में डरता था……कहीं तुम रिजेक्ट कर देती तो…मुझे भी तुम्हारी फिगर खास कर के तुम्हारे स्तन देख के कुछ कुछ होता है….” “तू ना डफर ही रहेगा कबीर, मुझे इशारा तो किया होता कभी…चल अब यहीं सारी रामायण लिखेगा या कहीं ले के जाएगा……! मुझे आईसक्रीम खानी है और फिर तू कहेंगा वह जाएंगे…..!” सोनिया ने अपनी तरफ से मुझे छुट दे दी और मेरे उसकी चूत लेने के इरादे और भी मक्कम हो गए. मैं गाडी बास्किन-रॉबिन्स पे ली और उसे स्वीटहार्ट आइसक्रीम ला के दी. वह आइसक्रीम को मस्त चूस रही थी और मुझे लगा की अगर उसके मुह में ऐसे ही लंड दे के चुसाय हो तो. मेरे दिल में हलचल हो रही थी. मैंने गाडी सीधे अपने घर ले ली क्यूंकि सोनिया के घर पे मोम, डेड, और भैया-भाभी का खाने का प्रोग्राम था और मेरे घर पे कामवाली अनीता के सिवा कोई नहीं था. वैसे भी सोनिया बचपन से घर आती थी इसलिए कोई शक भी नहीं करेगा.
घर पे स्तन पर हमला कर दिया
जैसे ही हम मेरे कमरे में दाखिल हुए मैंने दरवाजे को लात मार के बांध कर दिया औ मैंने सोनिया को बाहों में भर लिया, सोनिया भी मुझे कस के पकड़ने लगी, सुने मेरे सीने पर और गालो और फिर होंठो पर चूमना चालू किया. मैंने उसकी गांड के ऊपर हाथ घुमाया और उसे पटक दिया पलंग के अंदर. उसकी स्कर्ट उठ गई और अंदर पहनी लाल पेंटी के नज़ारे होने लगे. मैंने अपनी शर्ट उतार दी और मैं सीधा उसके उपर आ गया. मैं दोनों हाथों से गर्दाये स्तन दबाने लगा और सोनिया आह आह…कबीर…हो ओह ऐसे बोलने लगी. मैंने स्तन और हाथों के बिच में आती टी-शर्ट को उतार फेंका और उसकी ब्रा भी खिंच डाली…..सोनिया के चुंचे कोई पोर्नस्टार से कम नहीं थे. बड़े बड़े और गोल मटोल. ऊपर से उसने कोई मस्त ब्रांड का बोडी स्प्रे छिड़का हुआ था जो मुझे और भी मदमस्त कर रहा था. मैंने उसके दोनों स्तन को दबाता रहा और चूसता था. सोनिया ने हाथ से मेरा लंड नापा और उसने मेरी जींस की बटन खोल दी. मेरा लंड जोकी के अंदर से उछलता दिख रहा था. सोनिया ने तुरंत मेरी लंगोट निकाली और अब वह सीधे लंड को सहलाने लगी. मेरा इरादा मेरा लंड उसके मुहं में भर देना था लेकिन उसने लंड चूसने से मना कर दिया यह कहते हुए की उसको अच्छा नहीं लगता.
मैं मनोमन अपने लंड चूस के सपने के टूटने पर थोडा खिन्न हुआ, पर स्तन भी तो अच्छे थे. मैंने सोनिया के निचे एक तकिया रखा और मैं जा के उसके पेट के उपर बैठगया. पहले तो उससे मेरा वजन बर्दास्त नहीं हुआ, लेकिन जब मैंने घुटने बेड पर रख दिए तो उसके शरीर पर से मेरा वजन दूर हो गया. मैंने उसके निपल्स पर मेरा लंड रगड़ना चालू किया और सोनिया आह आह ऑफ ओह उह…करती जा रही थी. उसके स्तन अकड़ने लगे थे और मेरा लंड भी और उत्तेजित होता जा रहा था. सोनियाने अपनी आँखे बंध कर दी थी और वह इस ख़ुशी का एक एक लम्हा बंध आंखो से महसूस कर रही थी. मैंने इस देसी लड़की की पेंटी को जांघ पे उतारा और फिर थोडा ऊँचा होके पूरा खिंच लिया,…..वाऊ क्या चूत थी सोनिया की यारो बिना बाल की और उसके लिप्स गुलाबी गुलाबी थे जिसके अंदर लाल कलर के रंग की चूत से मेरा लंड और भी कामुक हो गया. मैंने स्तन को रगड़ना बंध किया और मैं उठ के सोनिया की दो टांगो के बिच आ के बैठ गया. सोनिया ने आँखे खोली और वोह हंस रही थी.
चूत में लंड और बाकी सब बंध
मैंने सोनिया की चूत पर हाथ फेरा और यह लड़की आह आह करने लगी. मैंने ऊँगली अपने मुहं में ली और उसके उपर थोडा थूंक लगाया और दुबारा उसे चूत के उपर रखा. थोडा प्रेशर और ऊँगली चूत की शेर करने लगी. सोनिया जैसे की बेड पर उछल पड़ी. उसकी चूत एकदम टाईट थी, वैसे इसका सबूत तो मैं खुद था की सोनिया वर्जिन है…..मैंने चूत को प्यार से मसला और उसके होंठो को भी चूत रस से गिला किया. सोनिया की चूत से बहुत सारा प्रवाही निकल के चूत की दीवारों को गिला कर रहा था. मैंने अपना लंड हाथ में लिया और उसका सुपाडा चूत के मुख पर रखा. सोनिया को लंड की गर्मी का अहेसास हुआ और वह मेरी तरफ प्यार से देखने लगी. मैंने थोडा प्रेशर दिया और लंड का अभी तो सुपाड़ा मात्र अंदर गया था की सोनिया जोर ससे चीख पड़ी. उस से बिलकुल बर्दास्त नहीं हो रहा था. मैंने सुपाड़े को अंदर रहने दिया और स्तन को एक बार और चुसना और दबाना चालू किया. सोनिया ने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया और वह अपनेआप उसे अंदर करने की कोशिश करने लगी. यह देख मैंने थोडा प्रेशर लगाया और लंड को थोडा झटका दे के अंदर किया. सोनिया की हालत बिगड़ चुकी थी क्यूंकि मेरा आधा लंड उसकी चूत में था. मैंने स्तन मसलना चालू रखा और लंड को ऐसे ही रहने दिया.
सोनिया ने लंड को हाथ से छोड़ा और मुझे मौका मिलते ही मैंने एक बड़ा झटका दे के लंड पूरा उसकी चूत में पेल दिया. सोनिया की आँख से आंसू निकल पड़े और वो मेरे कमर पे नाख़ून मार रही थी. कुछ देर तक तो उसका..अह्ह्ह्हह अहह्हः..मम्मी आह कबीर निकाल दो दर्द हो रहा है…यह रटना चालू रहा लेकिन एकाद मिनिट में उसको भी लंड की मजा आने लगी. उसकी आँखों से मुझे जैसे की हरी झंडी मिली हो, मैंने लंड को चूत के अंदर बहार करना चालू किया. यह चूत बहुत टाईट थी, मुझे चोदते वक्त सोनिया के हिलते स्तन देख के बहुत मजा आ रहा था.
पहली चुदाई वीर्य की बरसात ले आई
मैं सोनिया को वही स्पीड से लेता रहा और कुछ देर में सोनिया की गांड भी हिलने लगी..वो मेरे झटके का हिसाब गांड हिला के दे रही थी. मैंने कुछ 2 मिनिट ही चोदा होगा की मुझे लगा की लंड में एक अजब सा खिंचाव आया हो. मेरे बाल्स पर भी प्रेशर आ गया और लंड से एकदम चिकना और गाढ़ा प्रवाही निकल रहा हो वैसे मुझे जिन्दगी में पहली बार महेसुस हुआ. मुझे रात में अक्सर वीर्यस्खलन हुआ था लेकिन जब निकल जाता तब मैं उठता था, लेकिन आज का अनुभव कुछ और ही था. सोनिया मुझे संतोष के भाव से देखने लगी और मैंने उसे स्तन और माथे पर किस कर ली. सोनिया ने मुझे लंड अंदर रखे हुए ही गले से लगा लिया. मेरी और सोनिया की चुदाई का कार्यक्रम इस दिन के बाद तो नियमित हो गया…वोह जब भी मौका मिलता मुझ से चुदवाने लगी, मैं अब तू उसे लंड चूसने पर भी राजी कर लिया है, वैसे मैंने उसे ब्लोजोब की बहुत सारी मूवी दिखाई फिर जा कर ही वो मानी. मैं अब उसे अपने घर, उसके घर या तो फिर हमारे फार्म हाउस पर भी चोद लेता हूँ…..हम दोनों ने जल्द ही शादी करने का भी फैसला कर लिया है…..!!!
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