उसने कहा- ठीक है, पर मैं भी तुमको एक बात बताऊँ?
मैंनेकहा- बताओ !
वो बोली- मैं और मेरा चचेरा भाई कई बार मम्मी पापा का खेल खेलते हैं!
मैंनेपूछा- कैसे?
तो उसनेबोला- हम लोग स्टोर में अकेले में अपने कपड़े उतार कर सेक्स करतेहैं।
मैं एक दम चौंक गया और उसकी तरफ देखने लगा। वो बोलती रही और मैं सुनता रहा।
फिर उसने मुझको देखा पर मुझेउसका देखना कुछ अलग लगा। वो आज मुझको कुछ अलग लगने लगी थी।
फिर उसने मुझको देखा पर मुझेउसका देखना कुछ अलग लगा। वो आज मुझको कुछ अलग लगने लगी थी।
कहीं आज मेरी इच्छा तो पूरी नहीं होने वाली थी !
मैंनेसोचा कि जब हम लोगों में इतनी खुल कर बातें हो गयी हैं तो एक बार कोशिश करने में क्या हर्ज़ है
! हो सकता हैआज मुझको कुछ िमल जाए !
तो मनैं े िहम्मत करके उसको कहा- मेरा भी बहुत मन करता है यह सब करने का ! और अगर तुम
बुरा न मानो तो हम लोग यह मज़ा लेसकतेहै !
उसनेतुंरत बोला- िकसी को पता चल गया तो क्या होगा?
मैं समझ गया िक यह तैयार तो हैपर डर रही है, मैंनेतुंरत उसको अपनी बाहों में िलया और उसके
होठों पर चूम कर कहा- मेरी जान, पता तो तब चलेन जब कोई बताएगा ! और वैसेभी हम लोग
अकेलेमें करेगे !
तो उसनेकुछ नहींकहा!
मैंनेउसको पकड़ कर भी दो चार चुम्बन जड़ िदए तो उसनेभी मुझको जवाब िदया! मैं मन ही मन
खुश हो रहा था िक िजस चीज़ को मैं बाहर देख रहा था वो तो मेरे पास ही थी! हम लोग बहुत देर
तक एक दसू रे को चूमते रहे! उसको देख कर पता चल रहा था िक उसको इस बात अच्छा अनुभव
है!
धीरेधीरेउसनेमेरेसारेिजःम को चूमना शु कर िदया तो मैं समझ गया िक वो गरम हो गई है!
मेरा हाथ भी उसके टॉप में जा चुका था और मैं उसके छोटेछोटेःतनों को सहला रहा था! मैं बता
नहींसकता िक उस वईत मुझको कैसा लग रहा था! पहली बार िकसी लड़की के ःतन दबानेका
मज़ा तो आप लोगों को पता ही होगा! िफर मैंनेजदी सेउसको टॉप उतार कर फें क िदया! मेरे
सामनेरोज़ मेरेसाथ खेलनेवाली लड़की िसफ ःकट और ॄा में खड़ी थी और उसकी सफेद ॄा में
उसके छोटेव साफ़ िदख रहेथे! अब मुझसेकंशोल नहींहो रहा था और मैंनेउसकी ॄा अलग कर
दी और उसके ःतन को अपनेमुँह में लेकर चूसनेलगा! वो भी जोर जोर सेआहें भरनेलगी!
मैंनेउससेपूछा- मज़ा आ रहा है?
तो वो बोली- जरा जदी जदी करो!
उसका हाथ मेरे लड तक पहुँच गया! वो उसको सहलाने लगीऔर जदी से मझु को अलग करके
नीचेबैठ गई और मेरा लड मुँह में लेकर चूसनेलगी! मेरी सालों की इच्छा पूरी हो रही थी! वो
बहुत देर तक यही करती रहीऔर मैं मज़े लेता रहा!
िफर मैंनेउसका ःकट और पैंटी उतार दी और उसकी चूत को अपनेमुँह में लेके चूसनेलगा!
उसकी चूत पर थोड़े भरू े-भरू े बाल थे पर मझु को बहुत मज़ा रहा था! वो जोर जोर से िससकारयाँ ले
रही थी! नीचेमेरा लड भी टाइट हो गया था, उसनेकहा- अब इंतजार नहींहोता ! आज मुझको
चौद डालो!
यह सुनकर मैंनेउसको बःतर पर िलटाया और उसके ऊपर चढ़ गया!
यह मेरा पहला अनुभव था तो मुझको पता नहींथा िक लड कहाँडालतेहैं! िफर भी कोिशश करके
मैंनेउसकी चूत के छेद पेअपना लड लगा ही िदया और जोर लगानेलगा!
पर मेरा लड अन्दर नहींजा रहा था। तो उसनेअपनी टाँगेफ़ैला ली और बोली- अब करो!
मुझको थोड़ा जोर लगाना पड़ा और दद भी हो रहा था पर थोड़ी सी कोिशश सेमेरा लड उसकी चूत
में अंदर गया!
उसको भी दद हो रहा था तो मैंनेकहा- मैं अपना लड िनकालूँ?
तो वो बोली- नहींसाले ! और अंदर डाल !
मैंनेपूरा जोर लगाया और मेरा पूरा लड अंदर चला गया ! िफर मैं धीरेधीरेधक्के लगानेलगा
और अब हम दोनों को बहुत मज़ाआने लगा था!
दस पन्दरह िमनट में ही हम दोनों झड़ गए! िफर हम एक दसू रे से िचपके रहे! थोड़ी देर बाद हम
लोगों को िफर जोश आया और हम लोगो नेएक और िशप ली! िफर हम लोगों नेकपड़ेपहनेऔर
एक दसू रे को चूमने लगे!
उस दिन के बाद हम लोगों को जब भी मौका मिलता हम सेक्स के मज़े लेते! अब हम लोग साथ
तो नहीं हैं मगर उस के साथ गुजारे मस्त दिन हमेशा याद रहेंगे
तो यह थी मेरी कहानी !
आप लोगो को कैसी लगी, कृपया मुझेमेल करके बतायें।
sexpujariindelhi@yahoo.in
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